आहृ, उपसंहृ, उपहृ, संहृ — जनेभ्यः धनस्य अन्येषां वस्तूनां वा सङ्ग्रहणानुकूलः व्यापारः।; "शासनाधिकारी क्षेत्रकरम् आहरति।" (verb)
Arth
नाम का अर्थ
Nam ka arth
झंडा
MEANING OF KAVACA
प्रश्न का शीर्षक
Me
हिंदी में अर्थ
मोटरबोट की संस्कृत
समपृति