जराः — पुराणेषु वर्णितः व्याधः यः कृष्णस्य पादौ बाणं प्रक्षिप्य कृष्णावतारस्य समापनं चकार।; "जराः अनवधानेन कृष्णं जघान।" (noun)
इन्हें भी देखें : अजर, निर्जर; कालञ्जरः; वैजराः;
Arth
नाम का अर्थ
Nam ka arth
झंडा
MEANING OF KAVACA
प्रश्न का शीर्षक
Me
हिंदी में अर्थ
मोटरबोट की संस्कृत
समपृति