Monier–Williams
प्रशंस् — {pra-śaṃs} √P. Ā. {-śaṃsati}, {te}, (irreg. Pot. {-śaṃsīyāt} Cāṇ.), to proclaim, declare, praise, laud, extol RV. &c. &c##to urge on, stimulate RV. i, 84, 19##to approve, esteem, value (with {na}, to disapprove, blame) MBh. Kāv. &c##to foretell, prophesy Cāṇ
इन्हें भी देखें :
अतिप्रशंस्;
अभिप्रशंस्;
प्रप्रशंस्;
प्रशंस्तव्य;
समतिप्रशंस्;
स्तुत्य, प्रशंसितव्य, स्तव्य, कारुण्य, अङ्गोषिन्, श्लोक्य, शंस्य, प्रशस्तव्य, सुवृक्ति, पाण्य, श्रवाय्य, अभिवन्द्य, श्लाघनीय, प्रशस्य, वन्द्य, सुशस्ति, प्रवाच्य, श्रव्य, ईडेन्य, महनीय, शालिन्, प्रशस्न, स्तवनीय, ईड्य, पणाय्य, शंसनीय, प्रशंस्तव्य;
प्रशंस्, श्लाघ्, स्तु, नु, प्रस्तु, अभिशंस्, आशंस्, अभिष्टु, अनुप्रथ्, अभिनन्द्, गॄ, आगॄ, अभिगॄ, अनुमद्, ईड्, कीर्तय, परिवन्द्, प्रतिशंस्, प्रवच्;
प्रशंसनीय, प्रशंस्य, श्लाघ्य, श्लाघनीय, स्तुत्य, अभिनन्दनीय;