Monier–Williams
सात्त्विक — {sāttvika} mf({ī})n. (fr. {sat-tva}) spirited, vigorous, energetic Mn. MBh. &c##relating to or endowed with the quality Sattva (i.e. 'purity' or 'goodness), pure, true, genuine, honest, good, virtuous (also applied to partic. Purāṇas which exalt Vishṇu IW. 513) MaitrUp. Mn. MBh. &c. internal, caused by internal feeling or sentiment Mālatīm##natural, not artificial, unaffected (as style) Sāh##m. a state of body caused by some natural emotion (constituting a class of 8 Bhāvas holding a middle place between the Sthāyi- and Vyabhicāri-bhavas, viz. {stambha}, {sveda}, {româñca}, {svara-vikāra}, {vepathu}, {varṇavikâra}, {aśru}, {pralaya}, qq. vv.) ib##N. of Brahmā L##of the eighth creation by Prajā-pati MW##({ī}), f. N. of Durgā L.##a partic. kind of Pūjā practised by the worshippers of Durgā MW##(scil. {tuṣṭi}) N. of one of the five kinds of external acquiescence (in Sāṃkhya) ib##an autumn night L##n. an offering or oblation (without pouring water) L
इन्हें भी देखें :
सात्त्विकपुराणविभाग;
सात्त्विकब्रह्मविद्याविलास;
प्रबन्धकः;
सच्चरित, सुशील, सदाचारिन्, न्यायाचार, धार्मिक, शुचि, दक्षिण, सात्त्विक, शुद्धात्मा;
दुर्गा, उमा, कात्यायनी, गौरी, ब्रह्माणी, काली, हैमवती, ईश्वरा, शिवा, भवानी, रुद्राणी, सर्वाणी, सर्वमङ्गला, अपर्णा, पार्वती, मृडानी, लीलावती, चणडिका, अम्बिका, शारदा, चण्डी, चण्डा, चण्डनायिका, गिरिजा, मङ्गला, नारायणी, महामाया, वैष्णवी, महेश्वरी, कोट्टवी, षष्ठी, माधवी, नगनन्दिनी, जयन्ती, भार्गवी, रम्भा, सिंहरथा, सती, भ्रामरी, दक्षकन्या, महिषमर्दिनी, हेरम्बजननी, सावित्री, कृष्णपिङ्गला, वृषाकपायी, लम्बा, हिमशैलजा, कार्त्तिकेयप्रसूः, आद्या, नित्या, विद्या, शुभह्करी, सात्त्विकी, राजसी, तामसी, भीमा, नन्दनन्दिनी, महामायी, शूलधरा, सुनन्दा, शुम्यभघातिनी, ह्री, पर्वतराजतनया, हिमालयसुता, महेश्वरवनिता, सत्या, भगवती, ईशाना, सनातनी, महाकाली, शिवानी, हरवल्लभा, उग्रचण्डा, चामुण्डा, विधात्री, आनन्दा, महामात्रा, महामुद्रा, माकरी, भौमी, कल्याणी, कृष्णा, मानदात्री, मदालसा, मानिनी, चार्वङ्गी, वाणी, ईशा, वलेशी, भ्रमरी, भूष्या, फाल्गुनी, यती, ब्रह्ममयी, भाविनी, देवी, अचिन्ता, त्रिनेत्रा, त्रिशूला, चर्चिका, तीव्रा, नन्दिनी, नन्दा, धरित्रिणी, मातृका, चिदानन्दस्वरूपिणी, मनस्विनी, महादेवी, निद्रारूपा, भवानिका, तारा, नीलसरस्वती, कालिका, उग्रतारा, कामेश्वरी, सुन्दरी, भैरवी, राजराजेश्वरी, भुवनेशी, त्वरिता, महालक्ष्मी, राजीवलोचनी, धनदा, वागीश्वरी, त्रिपुरा, ज्वाल्मुखी, वगलामुखी, सिद्धविद्या, अन्नपूर्णा, विशालाक्षी, सुभगा, सगुणा, निर्गुणा, धवला, गीतिः, गीतवाद्यप्रिया, अट्टालवासिनी, अट्टहासिनी, घोरा, प्रेमा, वटेश्वरी, कीर्तिदा, बुद्धिदा, अवीरा, पण्डितालयवासिनी, मण्डिता, संवत्सरा, कृष्णरूपा, बलिप्रिया, तुमुला, कामिनी, कामरूपा, पुण्यदा, विष्णुचक्रधरा, पञ्चमा, वृन्दावनस्वरूपिणी, अयोध्यारुपिणी, मायावती, जीमूतवसना, जगन्नाथस्वरूपिणी, कृत्तिवसना, त्रियामा, जमलार्जुनी, यामिनी, यशोदा, यादवी, जगती, कृष्णजाया, सत्यभामा, सुभद्रिका, लक्ष्मणा, दिगम्बरी, पृथुका, तीक्ष्णा, आचारा, अक्रूरा, जाह्नवी, गण्डकी, ध्येया, जृम्भणी, मोहिनी, विकारा, अक्षरवासिनी, अंशका, पत्रिका, पवित्रिका, तुलसी, अतुला, जानकी, वन्द्या, कामना, नारसिंही, गिरीशा, साध्वी, कल्याणी, कमला, कान्ता, शान्ता, कुला, वेदमाता, कर्मदा, सन्ध्या, त्रिपुरसुन्दरी, रासेशी, दक्षयज्ञविनाशिनी, अनन्ता, धर्मेश्वरी, चक्रेश्वरी, खञ्जना, विदग्धा, कुञ्जिका, चित्रा, सुलेखा, चतुर्भुजा, राका, प्रज्ञा, ऋद्भिदा, तापिनी, तपा, सुमन्त्रा, दूती, अशनी, कराला, कालकी, कुष्माण्डी, कैटभा, कैटभी, क्षत्रिया, क्षमा, क्षेमा, चण्डालिका, जयन्ती, भेरुण्डा;
सत्, साधु, पुण्यवत्, सात्त्विक, सत्यपर, सत्यरत, सत्यवृत्त, सधर्म, शुद्धकर्मन्, शुचिचरित्, विशुद्ध, शीलिन्, स्थितिमत्, प्राञ्जल, प्रगुण, सरल, अजिह्म, अशठ, आलि, उदार, ऋजूयु, निर्व्याज, निश्चक्रिक, निष्कैतव, निष्प्रपञ्च, निशठ, रजिष्ठ, वक्तृ, श्लक्ष्ण, सुप्रतीक;
सौजन्यम्, साधुता, सज्जनता, सभ्यता, सत्त्ववृत्तिः, उत्तमता, उत्तमत्वम्, गुणः, प्रशस्तता, प्रशस्तत्वम्, सद्भावः, सात्त्विकः, सात्त्विकता, साधुभावः, सुजनता, सुजनत्वम्, सौष्ठ, कुलीनता;