संस्कृत में शब्दों के लिंग आसानी से कैसे पहचाने ?
समय : 10:05 AM | दिनाँक : 06/01/2022संस्कृत में लिंगों की पहचान आसान नहीं है । इसे केवल शास्त्राभ्यास से ही जाना जा सकता है । हालाँकि प्राथमिक स्तर के लिये कुछ जुगाड़ है । किन्तु यह सदैव काम नहीं करता ।
अधिकतर पुंल्लिंग शब्दों के पीछे विसर्ग रहता है यथा – रामः‚ हरिः‚ गुरुः
अधिकतर स्त्रीलिंग शब्दों के अंतिम स्वर दीर्घ होते हैं यथा – रमा‚ नदी‚ वधू
अधिकतर नपुंसकलिंग शब्दों के पीछे या तो "म्" होता है या छोटे स्वर होते हैं यथा – फलम्‚ मधु‚ करि
किन्तु ये जुगाड़ सदैव काम नहीं करते हैं अतः शास्त्राभ्यास ही उपाय है ।